थिरक रहा है मन थिरकता तन, थिरक रहा है मन थिरकता तन,
मेरी कलम कागज पर राग गाती, दिल से लिख कोई पैगाम सुनाती। मेरी कलम कागज पर राग गाती, दिल से लिख कोई पैगाम सुनाती।
तुमने देखा है,सुबह जब उगते सूरज के साथ, गीत गाती है ,चिड़िया। तुमने देखा है,सुबह जब उगते सूरज के साथ, गीत गाती है ,चिड़िया।
सुबह सवेरे उठ जाती हो। ना जाने क्या गाती हो।। सुबह सवेरे उठ जाती हो। ना जाने क्या गाती हो।।
मिल गया यहीं सभी आज हमें जीवन में, मिल गया यहीं सभी ! मधुर मधुर चाँदनी , छिटका रही छवि ! कल्पना... मिल गया यहीं सभी आज हमें जीवन में, मिल गया यहीं सभी ! मधुर मधुर चाँदनी , छिट...
यूँ ही सी जिंदगी अब लगने लगी सुहानी सी। यूँ ही सी जिंदगी अब लगने लगी सुहानी सी।